गौरव जनजातीय पखवाड़ा पर सेजेस विद्यालय में मनाया गया आदिवासी गौरव दिवस — चित्रकला नृत्य और भाषण प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
महासमुंद। गौरव जनजातीय दिवस के उपलक्ष्य में सेजेस (हिंदी माध्यम) विद्यालय, महासमुंद में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में चित्रकला, नृत्यकला और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करना और उनके त्याग एवं बलिदान को नमन करना रहा। चित्रकला प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा, गुंडाधुर, शहीद वीर नारायण सिंह और अहिल्या बाई के चित्र बनाकर उनकी जीवनी प्रस्तुत की।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सागर चंद्राकर, द्वितीय स्थान कान्हा सोनी, और तृतीय स्थान प्रेक्षा सिन्हा ने प्राप्त किया।
वहीं विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा बिरसा मुंडा के जीवन और संघर्ष पर आधारित नृत्य-नाटक प्रस्तुति दी गई, जिसे उपस्थित जनों ने खूब सराहा।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रधान पाठक ने अपने उद्बोधन में कहा कि —
“आदिवासी जनजातियाँ सदैव हमारे गौरव रही हैं। उनके बलिदान और संघर्ष की वजह से आज हम स्वतंत्रता पूर्वक जीवन जी रहे हैं। बिरसा मुंडा जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत के राष्ट्र निर्माण और भारतीय संस्कृति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
कार्यक्रम में शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों की उपस्थिति रही। अंत में विजेता विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।



