एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन बने भारत के नए उपराष्ट्रपति, विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को हराया
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी (सीपी) राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने विपक्षी INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को मात दी।
राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी ने परिणाम घोषित करते हुए बताया कि राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि विपक्षी उम्मीदवार को केवल 300 वोट हासिल हुए। इसके साथ ही सीपी राधाकृष्णन भारत के अगले उपराष्ट्रपति चुन लिए गए हैं।
मतदान प्रक्रिया
मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वोट डाला।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
जन्म: 20 अक्टूबर 1957, तिरुप्पुर (तमिलनाडु)
मौजूदा पद: महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल (जुलाई 2024 से)
पूर्व पद: झारखंड राज्यपाल (फरवरी 2023-जुलाई 2024), साथ ही तेलंगाना और पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार
राजनीतिक अनुभव: भाजपा तमिलनाडु अध्यक्ष (2004-2007), कोयंबटूर से दो बार सांसद
पृष्ठभूमि: गौंडर समुदाय से ताल्लुक, भाजपा में ओबीसी नेतृत्व का प्रमुख चेहरा
शिक्षा: बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक
रुचियां: टेबल टेनिस, लंबी दौड़, क्रिकेट और वॉलीबॉल
राजनीतिक यात्रा
सीपी राधाकृष्णन ने 1970 के दशक में आरएसएस से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। तमिलनाडु में भाजपा की मजबूत उपस्थिति बनाने में उनकी अहम भूमिका रही। दो बार सांसद बनने और संगठनात्मक कौशल के कारण वे भाजपा नेतृत्व में लगातार सक्रिय रहे।
उपराष्ट्रपति पद का महत्व
उपराष्ट्रपति का पद न केवल राज्यसभा के सभापति का संवैधानिक दायित्व निभाता है, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में स्थिरता और संतुलन बनाए रखने का भी अहम कार्य करता है। राधाकृष्णन की जीत एनडीए की मजबूत स्थिति और उनके नेतृत्व पर जताए गए भरोसे को दर्शाती है।
