गांधी जयंती पर शासकीय वल्लभाचार्य महाविद्यालय में हुए विविध कार्यक्रम
महासमुंद। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महासमुंद की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई ने सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। गांधी जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
अतिथियों ने गांधी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनका पालन-पोषण धार्मिक वातावरण में हुआ, जिस पर जैन धर्म और वैष्णव परंपरा का गहरा प्रभाव रहा। अहिंसा, आत्मशुद्धि और शाकाहार जैसे सिद्धांतों को उन्होंने जीवनभर अपनाया।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. करुणा दुबे ने गांधी जी के आंदोलनों पर चर्चा करते हुए कहा कि गांधी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए बिना हथियार और हिंसा के ब्रिटिश शासन को झुकाया। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
डॉ. मालती तिवारी, जिला संगठक, रासेयो ने कहा कि गांधी के राजनीतिक विचारों में सत्याग्रह, स्वराज और सर्वोदय प्रमुख रहे। सत्याग्रह के जरिए उन्होंने अंग्रेजों का विरोध किया, स्वराज में आत्म-शासन की बात की और सर्वोदय के माध्यम से सभी वर्गों के कल्याण का संदेश दिया।
डॉ. रीता पांडेय ने गांधी से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों का उल्लेख करते हुए कहा कि साबरमती आश्रम, सेवाग्राम आश्रम और दांडी यात्रा जैसे स्थल उनके संघर्ष और विचारों के प्रतीक हैं।
इस मौके पर डॉ. मालती तिवारी, अजय कुमार राजा, राजेश्वरी सोनी, कार्यक्रम अधिकारी सहित कई विद्यार्थी और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
