नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली सोमवार शाम दहल उठी जब ऐतिहासिक लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक Hyundai i20 कार में जबरदस्त धमाका हुआ। इस भीषण विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। धमाके के तुरंत बाद आसपास के कई वाहनों में आग लग गई और इलाका आग की लपटों में घिर गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शाम करीब 6:52 बजे कार ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी थी तभी अचानक जोरदार धमाका हुआ। आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियां ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि यह कोई सामान्य हादसा नहीं है। मामले को गंभीरता से लेते हुए UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत केस दर्ज कर एंटी-टेरर यूनिट, NIA और NSG कमांडो टीम को जांच में लगाया गया है।
जांच के दौरान सामने आया कि जिस कार में विस्फोट हुआ उसका नंबर DL 8C AD 2345 है और यह वाहन मालिक को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में संभावना जताई जा रही है कि कार में IED (Improvised Explosive Device) रखा गया था जो रिमोट से ब्लास्ट किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि “यह देश के खिलाफ साजिश है, दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।” केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
दिल्ली, मुंबई, जयपुर और लखनऊ समेत कई बड़े शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां CCTV फुटेज और डिजिटल साक्ष्यों की मदद से विस्फोट की साजिश का पता लगाने में जुटी हैं।
घटना स्थल के पास का इलाका फिलहाल सील कर दिया गया है, मेट्रो स्टेशन बंद हैं और आसपास के बाजारों में सन्नाटा पसरा है।
एनएसजी की टीमों ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिससे कुछ संदिग्ध वस्तुएं भी बरामद की गई हैं।
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि दिल्ली जैसे अत्यंत सुरक्षित क्षेत्र में इतने बड़े धमाके को कैसे अंजाम दिया गया। देशभर में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और चिंता का माहौल है।



